आज 30 जून से शुरू हो रही है गुप्त नवरात्री और यह 8 जुलाई 2022 को नवमी पर समाप्त होगी।
इस गुप्त नवरात्री को की जाने वाले पूजा को गुप्त रखा जाता है, माना जाता है यह पूजा जीतनी गुप्त होगी उतना फायदा होता है।
यह पूजा कभी भी सार्वजनिक रूप से नहीं की जानी चाहिए और इसे करते वक्त उत्तर दिशा में मुँह करके दुर्गा माँ की पूजा होती है।
अगर आपको इस पूजा से आपकी मनोकामना पूर्ण होनी चाहिए तो दुर्गा सप्तशती और सिद्ध कुंजिकास्तोत्र का पाठ अवश्य करे।
इसके लिए हर राशि के अनुसार अलग अलग मंत्र है आपको उन्ही मंत्र का जाप करते रहना चाहिए।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की घटस्थापना आज प्रात: 05:26 बजे से किया जा सकती है और दोपहर का अभिजित मुहूर्त भी इसके लिए शुभ समय होता है।