बॉडी लैंग्वेज किसे कहते हैं – Body language in hindi

बॉडी लैंग्वेज किसे कहते हैं – Body language in hindi

दोस्तों आज हम देखेंगे कि बॉडी लैंग्वेज किसे कहते हैं मतलब की हम Body Language in Hindi में समझेंगे और साथ ही बॉडी लैंग्वेज को कैसे एक्टिंग में इस्तेमाल किया जाता है। जब आप कोई डायलॉग बोलते हैं तो आपकी बॉडी को किस तरह से move करना चाहिए आपकी बॉडी लैंग्वेज क्या होनी चाहिए इसके बारे में आज हम पढ़ने वाले हैं।

बॉडी लैंग्वेज क्या है

Body language kise kahate hain

अभी मान लो कि आप किसी को गुस्से से बुला रहे हैं तो आप कैसे बुलाओगे या फिर आप किसी को बोल रहे हैं कि प्लीज मेरे पास आजा या फिर आपने Attitude से किसी को बुलाया इससे आपकी बॉडी लैंग्वेज बहुत ज्यादा चेंज होती है आपके एक्सप्रेशन चेंज होते हैं। आप अलग अलग तरीके से आपको जो चाहिए आप उसे बॉडी लैंग्वेज से भी व्यक्त करते हैं।

अगर किसी के अंदर कुछ चल रहा है तो आप वह भी बॉडी लैंग्वेज को देखकर ही पता लगा सकते हैं जैसे कि अगर कोई आपसे बात कर रहे हैं लेकिन अपने चेहरे पर बार-बार टच किए जा रहा है या फिर ऐसे लग रहा है कि वह कुछ सोच रहा है इसका मतलब यह है कि वह आपसे बात तो कर रहा है लेकिन उसके अंदर कुछ और भी बातें चल रही है।

कभी-कभी कोई बैठा रहता है और पैर को हिला रहा होता है इन सभी बातों से ही आपको पता चलता है कि वह कुछ सोच रहा है।

बॉडी लैंग्वेज किसे कहते हैं?

बॉडी लैंग्वेज को नाट्य शास्त्रों में अंग से अभिनय ऐसा कहा गया है। जैसे कि हम रोज 24 घंटे बात नहीं करते और भी चीजें करते हैं, जैसे कि हम कुछ इशारे करते हैं इस सभी को बॉडी लैंग्वेज कहते है।

स्टेटस के हिसाब से भी बॉडी लैंग्वेज बहुत ज्यादा चेंज होता है। आपने देखा होगा कि अगर गांव में किसी की मौत हो जाती है तो वहां पर चिल्ला चिल्ला कर खुल के रोते हैं खुलकर अपनी बॉडी लैंग्वेज एक्सप्रेस करते हैं लेकिन अगर आपने बहुत बड़े या Sophisticated लोगों को देखा होगा वो एकदम से सफेद कुर्ता पहन कर आते हैं और मुंह पर रुमाल रखकर या हाथ रखकर रोते हैं।

दोनों का दुख एक ही है दोनों को एक जैसे ही दुख हो रहा है लेकिन बॉडी का लैंग्वेज अलग है। बॉडी लैंग्वेज जो है वह स्टेटस के हिसाब से, टाइम के हिसाब से, वातावरण के हिसाब से और इमोशन के हिसाब से बदलता है। तो उसे आपको ऑब्जर करना चाहिए।

बॉडी लैंग्वेज कैसे सीखें?

  • सामने देख के बोले।
  • Confident रहे।
  • Situations Imagine करे।
  • लोगो को Observe करे।
  • Relax या शांत रहे।
  • खुद को Express करे।
  • चीज़ो से बॉडी लैंग्वेज सीखे।
  • प्रैक्टिस करते रहे।
  • अलग अलग करैक्टर की कोशिश करे।
  • Inner और Outer Observation करे।

आप जानवरों से भी बॉडी लैंग्वेज सीख सकते हैं। जैसे कि आपने Actress Priyanka Chopra की बॉडी लैंग्वेज एतराज फिल्म में देखी हुई, कैसी लग रही थी जैसे कि किसी बिल्ली से मैच करती है इसके बाद अपनी गली ब्वॉय में एमसी शेर का कैरेक्टर देखा होगा किसी लायन के जैसे लग रहा था एकदम शांत रिलैक्स।

राजपाल यादव का कैरेक्टर आपने देखा होगा वह जब कॉमेडी करते हैं तो वह बंदर के जैसे कैरेक्टर लगते हैं ऐसा नहीं है की आप सिर्फ Living Things से बॉडी लैंग्वेज सीख सकते हैं आप Non living things से भी सीख सकते हैं Body Language को समझने के लिए अपने आप के बैलेंस को और वजन को समझना बहुत जरूरी है।

बॉडी लैंग्वेज एक्टिंग में भी बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योकि एक्टर बनने में बॉडी लैंग्वेज का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है करैक्टर का बोलने के साथ साथ चलने का ढंग यह सब बॉडी लैंग्वेज से ही पता चलते है।

बॉडी लैंग्वेज की प्रैक्टिस कैसे करे?

प्रैक्टिस के लिए आप घर में ही ऐसे सोचो कि एक ट्रेन की पटरी के ऊपर चल रहे हैं या फिर किसी रस्सी के ऊपर आपने सर्कस में देखा होगा। उस पर बैलेंस करने की कोशिश करते हुए चले वह सब imagination होगा। ऐसा नहीं है कि आपको सच में उस पर चलना है।आपको सिर्फ Imagine करना है कि आप उस पर चल रहे हैं तो आप अपने बॉडी के वजन को और बैलेंस करते हुए आप आगे बढ़े इस तरह से आप प्रैक्टिस कर सकते हैं।

अब से आप जो भी मूवी, टीवी शो या फिर सीरियल देखेंगे। उसमें आप कैरेक्टर की बॉडी लैंग्वेज को नोटिस कीजिए और उनमें से अगर आपका कोई फेवरेट एक्टर है तो आप उनको अलग अलग मूवी में उन्होंने अपना कैरेक्टर किस तरह से निभाया उसको observe करना है।

बॉडी लैंग्वेज के प्रकार (types of body language)

हम अभी बॉडी लैंग्वेज को और आसानी से समझने के लिए उसको दो हिस्सों में बांटते हैं।

  • बॉडी लैंग्वेज ऑफ़ डिफरेंट करैक्टर
  • बॉडी लैंग्वेज ऑफ़ करैक्टर इन डिफरेंट सिचुएशन

1. बॉडी लैंग्वेज ऑफ़ डिफरेंट करैक्टर

आपने अमिताभ बच्चन सर को गुलाबो-सिताबो मूवी में देखा होगा तो उसमें उन्होंने झुकाऊदार, अपने स्पाइन को टेढ़ा करके एक अलग ही प्रकार का कैरेक्टर निभाया है। विद्या बालन उन्होंने कहानी मूवी में प्रेग्नेंट वुमन का रोल किया है, इसमें उनकी Body language आपने देखा होगा कि बहुत ही अलग थी।

आपने ऐसी बहुत सारी फिल्म देखी होगी जैसे कि सीता और गीता, राम और श्याम, चालबाज या फिर खून भरी मांग जहां पर आपने देखा होगा कि इन फिल्मों में दो-दो कैरेक्टर एक की एक्टर ने प्ले किए हैं। एक में कुछ अलग दिख रहे है और दूसरे में कुछ अलग जिसमें एक्टर बॉडी लैंग्वेज चेंज कर देते हैं जिससे आपको दोनों कैरेक्टर अलग लगते हैं।

2. बॉडी लैंग्वेज ऑफ़ करैक्टर इन डिफरेंट सिचुएशन

आप जो सोच रहे हैं, एक्सप्रेस कर रहे हैं आप बॉडी के जरिए करते हैं और सबसे बड़ा प्रॉब्लम यह होता है कि हम शुरु शुरु में कुछ बोलने जाते हैं तो हाथ कहा रखे यह समझ में नहीं आता है।

जैसे कि इंट्रो देने जाते हैं या फिर स्टेज पर जाते हैं हाथ कहां पर रखे समझ में नहीं आता। आपके अंदर Stress आता है और आप हाथ छुपाने की कोशिश करते है। इससे क्या होता है कि आप कुछ बोल रहे हैं और आपकी बॉडी कुछ और रिएक्ट कर रही है। जैसे मान लो कि एक सीन है की आपको बहुत ज्यादा ठंड लग रही है। आप हाथ जोड़कर बोल रहे हैं कि कितनी ठंडी है यार, बहुत ठंड लग रहा है।

आपकी बॉडी कुछ रिएक्ट नहीं कर रही है सामने वालों को समझ में नहीं आएगा और फिल ही नहीं आएगा। आप अगर अपने हाथ एक-दूसरे हाथ में रगड़ रहे हैं मुंह से आवाज आ रही है तभी समझ में आएगा कि आपको ठंड लग रही है तो बिना बोले ही आप बॉडी लैंग्वेज से जता सकते हैं कि आपको ठंड लग रही है।

कैरेक्टर की बॉडी लैंग्वेज कैसी बनती है?

बॉडी लैंग्वेज के लिए ऑब्जरवेशन बहुत जरूरी है इसके लिए आप आउटर और इनर ऑब्जर्वेशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। आउटर ऑब्जर्वेशन मतलब आप बाहर के लोगों को ऑब्जर करें और इनर ऑब्जर्वेशन मतलब कि आप क्या करते हैं आपकी बॉडी किस तरह से React करती है।

एक एक्टर के लिए दुनिया का हर इंसान एक कैरेक्टर है आपको सबको ऑब्जर करते रहना चाहिए। बॉडी लैंग्वेज को समझने के लिए आपके पास ऑब्जरवेशन होना बहुत जरूरी है। आप आसपास के अलग-अलग कैरेक्टर को ऑब्जर्व कर सकते हैं। जैसे उनके बोलने का ढंग, चलने का ढंग, बात करने का ढंग।

बॉडी लैंग्वेज के लिए स्पाइन एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आप एकदम सीधा खड़े रह कर बात करते हैं तो आप अलग तरीके से बोलते हैं। अगर आप स्पाइन को थोड़ा सा झुक कर बोलते हैं तो आपका बोलने का तरीका अलग हो जाता है। इसी तरह से आपको आपने Character Build करना है।

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Conclusion

आज आपने Body Language in Hindi में जाना जिससे आपको पता चला होगा की बॉडी लैंग्वेज किसे कहते हैं और उसका इस्तेमाल हम खुद को इम्प्रूव करने के लिए कैसे कर सकते है। इसे आप एक दिन में सुधार नहीं सकते है इसे खुद में इम्प्रूव करने के लिए थोड़ा वक्त लगता है जीतनी प्रैक्टिस करते जाओगे उतना अपने आप बॉडी लैंग्वेज को स्विच करना सिख जाओगे। अगर आपको बॉडी लैंग्वेज के बारे में कोई भी सवाल या सुझाव है तो हमें निचे कमेंट करके बता सकते है।

Author

Ghanshyam Jadhav

मेरा नाम घनश्याम जाधव है और मै मुंबई, महाराष्ट्र में रहता हु। मैने मुंबई यूनिवर्सिटी से B.E Computer Science की पढाई पूरी की है इसके अलावा में एक Certified वेब डेवलपर भी हु। मुझे नयी technology साथ ही नयी जानकारी सीखना और दुसरो को बताना बहुत ही पसंद है इसीलिए मैंने इस ब्लॉग की शुरुवात की है।